जागौ, अवगत जू के लाल,तुम जागौ
तुम जागो, जागे सब कोय, तेतीस करोर के उम्हायौ होय
अब धन माल मिलाय दियाँ मेरा,
चरण लगाय के चिताय दियौ चेरा।।
वह जोगी गुरु जगत को जाके बाप न माई।
आपु अपरछंड है रहयौ, दुनिया धुंध लगाई।।
चरनन ही लागि रहूँगो
प्यारे साहिब चरनन ही लागि रहुँगो ।